शिद्दतें तो बहुत थी शिफा कि मगर मोक्ष के राह का मसीहा ना मिला | शिद्दतें तो बहुत थी शिफा कि मगर मोक्ष के राह का मसीहा ना मिला |
उस दिन वक़्त बतायेगा तुमको कितने नारंग थे हम क्यों कहता है ज़माना बेवफा थे तुम। उस दिन वक़्त बतायेगा तुमको कितने नारंग थे हम क्यों कहता है ज़माना बेवफा थे तुम।
विदेश भ्रमण और सामाजिक मीडिया पर स्टेट्स जम कर दिखाना विदेश भ्रमण और सामाजिक मीडिया पर स्टेट्स जम कर दिखाना
सती नहीं, देवी नहीं, गर्व है, हम नारी हैं नारी बन ही रहना है सती नहीं, देवी नहीं, गर्व है, हम नारी हैं नारी बन ही रहना है
कविता लिखना भीवैज्ञानिक खोज सेकुछ कम नही है कविता लिखना भीवैज्ञानिक खोज सेकुछ कम नही है
तो समझिये बस निकट ही है सुख की भोर ! तो समझिये बस निकट ही है सुख की भोर !